लेखनी कहानी -15-Sep-2023
यादों में संजोकर रखने से कुछ यादें जब पढ़ो तो सामने निकल कर आ जाती हैं और हमें अपनी जिंदगी के उन लम्हों में ले जाती हैं जिन लम्हों को हमने शानदार तरीके से जिया है । कोई यादें बचपन की हो वो यादें हमारे स्कूल के दिनों की हो कॉलेज के दिनों की हो मोहब्बत के दिनों की हो या किसी उपलब्धि की हो वह यादें वास्तव में हमारे लिए बड़ी महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि यही हमारे लिए वह धरोहर हैं कि जब कभी हम किसी परेशानी में होते हैं तो वह पन्ने पलट कर हम जिंदगी में हौसला प्राप्त करते हैं ।
पिछले दिनों हम जिस दौर से गुजरे वह एक दौर अलग ही था हम अपने संस्थान में कार्यक्रम के समन्वयक रहे और 8 से लेकर 14 तारीख तक हमने उसे कार्यक्रम में नवाचार करने की कोशिश की और यह कोशिश बड़ी सफल रही साथी जैसे कि आप जानते हैं कि 8 सितंबर को दिल्ली बंद थी लेकिन विश्व साक्षरता दिवस भी था और एक अध्यापक शिक्षक के नाते हमें इसे प्रारंभ भी करना था और हमने इसे ऑनलाइन प्रारंभ किया और ऑनलाइन प्रारंभ करके हमने इसका कल यानी की 14 सितंबर को समापन किया ।
इस कार्यक्रम में हमने साक्षरता के विभिन्न आयामों को बच्चों को देने की कोशिश की और 14 सितंबर को भाषा संगम मेला लगाने की भी कोशिश की एक बेहतरीन नवाचार हमें दिखाई दिया और सभी साथियों ने इसको सराहा।